रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र |
"क्रिस" द्वारा हाल ही बनाया गई रेलवे रिज़र्वेशन की वैबसाइट जो की NGET (Next Generation E-Ticketing) तकनीकी पर आधारित है ने जहां आम जनता को रिज़र्वेशन की परेशानियों से निजात दिला रही है, वही दूसरी ओर माल परिचालन प्रणाली के लिए बनाई गई नई अप्लीकेसन "É-Demand' ने डिमांड रेजिस्टरेसन मे पारदर्शिता ला कर निजी कंपनियों का काम आसान कर दिया है।
"क्रिस" जिसके कार्यालय सभी महानगर (दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, सिकंदरबाद) मे है, लगभग १००० अधिकारियों और इंजीनियर के साथ खुद मे एक सम्पूर्ण और उभरती हुई आईटी कंपनी है।
१९८६ से लगातार रेलवे की उपलब्धि मे भागीदारी, भारत के जन जन तक रेलवे के माध्यम से पहुँच ने आखिर रेलवे मिनिस्टरी का ध्यान "क्रिस" की ओर आकर्षित कर ही दिया।
१३ अगस्त २०१४, "क्रिस" के इतिहास का वो सुनहरा पन्ना बनने को तैयार है, जिस दिन खुद रेल मंत्री श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा "क्रिस" को उसके योगदान के लिए सम्मानित करेंगे।
अन्ततः मुझे ये बताते हुए अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है की १३ अगस्त वो दिन है जिन दिन ३४ साल पहले मेरा जन्म हुआ था। तो मेरे जन्म दिन पर, मेरी कार्यस्थली को मिलने वाले इस सम्मान ने मेरे हर्ष को अपार कर दिया है।
पिछले दस सालो से इस कार्यालय मे काम करते हुए कुछ योगदान मेरा भी सम्मिलित है, जिसका परितोषिक मेरा कार्यालय पाने जा रहा है। इससे अच्छा उपहार मेरे जन्म दिन पर और क्या हो सकता है।
Center For Railway Information Systems |
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