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Sunday, June 18, 2023

पिता भी जरूरी

बिन कहे जो समझ जाए

बिन मांगे जो दे जाए
हमारी एक मुस्कान पे लूट जाए
हमारे एक आंसू पे बिखर जाए

साथ हो तो सारा जहान अपना
देने पे आए तो आसमान अपना
आशीर्वाद से उसके हर मुकाम अपना
प्यार से महके उसके गुलिस्तान अपना

खुद रहे भूखा की भर दे पेट हमारा
तन पे उसके एक ही कपड़ा, कपड़ो का अंबार हमारा
तमन्नाये अपनी बुझा दी, जला इक्छादीप हमारा
फिक्र नहीं खुद के अंधेरों की, भरे हमारे जीवन में उजियारा

समझने वाले समझ गए होंगे
मैं किसकी बात करता हूं
नहीं दोस्तो भ्रम न करना
मैं आज मां नही, बाप बाप करता हूं

कम नहीं पिता का भी योगदान, हमारे जीवन में
की त्यागा उसने भी है, अपना हर मुकाम जीवन में
मना के मां का दिन हम उसको तबज्जो खूब देते है
चलो आज पिता दिन मना, कमी को दूर करते है।

- अमित कुमार श्रीवास्तव 

Useful Social Manners

1.Only call someone twice in a row unless it's urgent. If they don't answer, wait for them to call back. They might be busy, sick, o...