कोटि कोटि धन्यवाद मित्रो..




मेरा जीवन मेरी बातें....... अब कहने को बहुत कुछ है... जीवन भी इतना लंबा गुज़ार चुका हू अब तक, पर आप बस उतना ही जाने जितना आप एंजोय कर सके और कुछ उपयोगी, सोचने योग्य तथ्य.
Here Few interesting Moments of my life and some valuable stuff for you all...
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बहुत मुबारक, महिला दिवस
ए,
महिलाओ, मेरे जीवन की,
शांत पड़े, मेरे जीवन मे
भूचाल, बवंडर लाने की,
नीरस से, इस दैनिक पल मे
हर
एक रस, मिलाने की,
कड़वा, मीठा, खट्टा, खारा
पल पल, भर भर, पिलाने की,
रंग भी होते है, दुनिया मे
ये
अहसास, कराने की,
बदल, बदल कर, रंग हजारों
सब अवगत, करवाने की,
पल मे माशा, पल मे तोला
बदल
बदल, भरमाने की,
खुशियां, आँसू, दुख और चिंता
देने की, ले जाने की,
पैसे से, खुशिया नहीं मिलती
हर
दिन, ये समझाने की,
आज दिया, कल फिर कुछ देना
क्या मजाल, भूल जाने की,
गर भूले तो, माह पाप है
खेलूँगी
होली, बरसने की,
खाली घर को आकर भरना
भर भर के, तड़पाने की,
सब छूट गए, सब टूट गए
केवल
खुद से, जुड़ जाने की,
चैन गया , सुकून गया अब
सज़ा, पास तुम्हें, लाने की,
इंकछा गई, मन मार लिया
बस,
एक तमन्ना, तुम्हें पाने की,
धन, दौलत सब लूटा रहे
कोशिश, तुझे, खुश, कर जाने की,
मना रहे बस, तेरा दिवस ही
हर
पल, हर वर्ष, छोड़ चिंता, जमाने की,
तुम्हें मुबारक, महिला दिवस
ओ, महिलाओ, मेरे जीवन की।
-
अमित कुमार श्रीवास्तव
एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया।
वह बैल घंटों ज़ोर -ज़ोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिऐ और क्या नहीं। अंततः उसने निर्णय लिया कि चूंकि बैल काफी बूढा हो चूका था अतः उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला नहीं था और इसलिए उसे कुएँ में ही दफना देना चाहिऐ।
किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया, सभी ने एक-एक फावड़ा पकड़ा और कुएँ में मिट्टी डालनी शुरू कर दी। जैसे ही बैल कि समझ में आया कि यह क्या हो रहा है वह और ज़ोर-ज़ोर से चीख़ चीख़ कर रोने लगा और फिर, अचानक वह आश्चर्यजनक रुप से शांत हो गया।
सब लोग चुपचाप कुएँ में मिट्टी डालते रहे, तभी किसान ने कुएँ में झाँका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया. अपनी पीठ पर पड़ने वाले हर फावड़े की मिट्टी के साथ वह बैल एक आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था, वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को नीचे गिरा देता था और फिर एक कदम बढ़ाकर उस पर चढ़ जाता था।
जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ोसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे -वैसे वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और एक सीढी ऊपर चढ़ आता जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह बैल कुएँ के किनारे पर पहुंच गया और फिर कूदकर बाहर भाग गया ।
ध्यान रखे आपके जीवन में भी बहुत तरह से मिट्टी फेंकी जायेगी बहुत तरह की गंदगी आप पर गिरेगी जैसे कि, आपको आगे बढ़ने से रोकने के लिए कोई बेकार में ही आपकी आलोचना करेगा, कोई आपकी सफलता से ईर्ष्या के कारण आपको बेकार में ही भला बुरा कहेगा, कोई आपसे आगे निकलने के लिए ऐसे रास्ते अपनाता हुआ दिखेगा जो आपके आदर्शों के विरुद्ध होंगे.
ऐसे में आपको हतोत्साहित हो कर कुएँ में ही नहीं पड़े रहना है बल्कि साहस के साथ हर तरह की गंदगी को गिरा देना है और उससे सीख ले कर उसे सीढ़ी बनाकर बिना अपने आदर्शों का त्याग किये अपने कदमों को आगे बढ़ाते जाना है।
सकारात्मक रहे सकारात्मक जिए!
इस संसार में सबसे बड़ी सम्पत्ति *"बुद्धि "*, सबसे अच्छा हथियार *"धैर्य"*, सबसे अच्छी सुरक्षा *"विश्वास"*, सबसे बढ़िया दवा *"हँसी"* है और आश्चर्य की बात कि *"ये सब निशुल्क हैं "*
बिन कहे जो समझ जाए
बिन मांगे जो दे जाएनया सवेरा , नई शुरुआत , खुशियों के संग , सपनों के साथ। जूनियर स्कूल की यादें प्यारी , अब सीनियर स्कूल की बारी। हर कोने में नई उमंग...