Pages

Thursday, December 22, 2022

आज की नारी, सब पर भारी

नारी तू है शक्तिशाली, नही किसी से कम
नही अकेली है बलशाली, तुझमें अटूट है दम

तू है दुर्गा, तू ही अंबे, तू है माता काली
सारे जग में नाम करे तू, निडर घूम डाली डाली

कदम से कदम मिला कर चलना, कभी नही तू डरना,
क्या मजाल कोई कुछ भी बोले, जो चाहे वो करना

तू ही माता, तू ही बहना, तू ही बेटी प्यारी
तू ही सिखाए, प्यार करे और सींचे क्यारी क्यारी

पड़े जरूरत डांट के बोल तू, तेज़ आवाज़ में भारी
नही समय अब दबने का है, तू है आज की नारी

कुछ भी तू बन सकती है, तू कुछ भी कर सकती है
तुझमें साहस, तुझमें शक्ति, तुझमें महिमा बसती है

तान के चल तू सीना अपना, सर को नही झुकाना
नई रीत है, नया दौर, नारी का नया जमाना

जीत है तेरी पक्की अब तो, सारी दुनिया हारी 
कर विश्वास निकल रस्ते पे, ठान ले, कर जंग जारी

इंदिरा बन, प्रतिभा बन तू, बन रजिया, लक्ष्मी संहारी 
जान ले अब तू आज की नारी, है तू सब पर भारी


                            अमित कुमार श्रीवास्तव

Friday, October 28, 2022

ज़िम्मेदार

ज़िम्मेदार होना या ज़िम्मेदारी का अहसास होना व्यक्ति के जीवन में बहुत मायने रखता है। आप भाग नही सकते जिम्मेदारियों से या आंख नही चुरा सकते, अगर आप सच में एक जिम्मेदार व्यक्ति है।
आपका अपना काम, समय, पैसा, व्यवहार कोई मायने नहीं रखता आपकी जिम्मेदारियों के सामने।
आपका ऑफिस है छुट्टी ले लो, आपको काम है छोड़ दो, आपको आराम करना है चल पड़ो, आपको खर्च नही करना पर पैसा बहा दो, तबियत खराब है कोई फर्क नहीं पड़ता, समय नही है फिर भी बर्बाद करो, कितना कोई हिसाब नही अगर आप जिम्मेदार है तो, वरना भाग जाओ ऐश करो किसी की कोई जवाबदेही नही, कोई आपसे उम्मीद भी नही रखेगा। जिम्मेदार होने पे उम्मीदें हजारों और पुरस्कार कोई नही, कही कुछ गलत हुआ तो तिरस्कार थाली में सजा के मिलता है।
कुछ लोग खुसनसीब होते है जिनकी जिम्मेदारियां लेने के लिए या साझा करने के लिए उनसे बड़े आगे पीछे रहते है, मेरे साथ तो वो भी नही, किसी का साथ, किसी का हाथ नही, और जो साथ खड़े हो सकते थे, उन्होंने भी बंधन तोड़ दिए, मुंह मोड़ लिए। किसी से कोई ख्वाइश, उम्मीद या आशा नही , जो करना है अकेले, जीना है अकेले। मैं खुश हूं, कोई शिकवा या गिला नहीं अगर मेरे अपने मुझसे दूर रहकर भी खुश है, मजे में है और संतुष्ट है। बड़े होने और जिम्मेदार होने का यही मतलब होता हैं शायद, और मैं, मैं तो जिम्मेदार हूं।

Friday, July 8, 2022

4 Exercises Should Perform Daily To Stay Fit Forever

20 Push ups - Trust me, you will start to look bulky and feel powerful and confident after performing it daily.



20 crunches - A flat stomach and it only goes uphill after that.



20 Squats - Good for the legs and butt.




50 skipping hops - Good for cardio and overall endurance.




BONUS - Run. Run like hell. It helps to instill discipline and boost self image. Also keeps you fit and energetic.

Tuesday, March 29, 2022

Eye Opening Truth

कई साल पहले की बात है. मेरे एक मित्र की दुकान पर एक सभ्य महिला बालों में लगाने के लिए एक छोटा सा clutcher लेने के लिए आई.

मेरे मित्र ने उसे एक clutcher निकाल कर दिखाया और उस महिला के द्वारा उस clutcher का मूल्य पूछने पर उसे 5 रुपये बताया.

Clutcher की बिना कोई जाँच परख किए वह महिला बोली क्या भैया कोई बढ़िया सा clutcher दिखाइए न.

मेरे मित्र ने उस clutcher को अंदर रखा और बिल्कुल वैसा ही दूसरा clutcher निकाल कर अपनी शर्ट पर रगड़ते हुए कहा लीजिए यह कोरियन clutcher है, एकदम लेटेस्ट और बढ़िया.

उस महिला ने clutcher अपने हाथ में लिया, उसे एक दो बार खोला और बंद किया और फिर बालों में लगाकर देखा और फिर उसका मूल्य पूछा.

मेरे मित्र ने उस महिला को 20 रुपये मूल्य बताया. उस महिला ने 2 clutcher लिए और पैसे देकर चली गई.

उन clutcher का सही मूल्य मात्र 36 रुपये दर्जन था जिसे कि मेरा ग्राहक 5 रुपये प्रति clutcher बेच रहा था.

उस महिला के द्वारा clutcher को देखे बिना मात्र 5 रुपये का होने के कारण तिरस्कार भाव से मना कर दिए जाने के कारण मेरे मित्र ने उसे 20 रुपये प्रति clutcher दिया.

जब मेरे मित्र ने यह बात मुझे बताई तो बोला कि जो औरतें सामान को केवल उसके कम मूल्य के आधार पर कम अच्छी क्वालिटी का आँकती हैं वो ज्यादातर सस्ती वस्तुएं महँगे मूल्य पर खरीद कर लाती हैं.


--Quora से साभार लिया गया

Thursday, March 24, 2022

मिशन कश्मीर

मिशन कश्मीर
खून बहा, नदियों में नीर
खो कर अपना धीरज धीर
डाल पगों में धर्म जंजीर
खींचे मानवता की चीर
विषय पटल है अति गंभीर
उस पर व्यावसायिकता खीर
अपना निज फल देखे पीर
बिन सोचे लोगो की पीर
मिट गया रांझा, लूट गई हीर
किसको माने सच्चा मीर
जग में फैला निरंकुश भीर

भय ही प्रबल है।

दो उल्लू एक वृक्ष पर आ कर बैठे। एक ने साँप अपने मुँह में पकड़ रखा था।  दूसरा एक चूहा पकड़ लाया था।  दोनों जैसे ही वृक्ष पर पास-पास आकर बैठे।...